Web 3.0 क्या है in Hindi | What is Web 3.0 in Hindi – Internet बदलने वाला है?

Written by Ashish Kumar

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जानिए Web 3.0 क्या है, Web 3.0 क्या होता है, [Web 3.0 Meaning in Hindi, क्या Internet हमेशा के लिए बदल जायेगा?
Web 3.0 Kya Hai in Hindi | What is Web 3.0 in Hindi
आज हम जानेंगे कि Web 3.0 क्या है. आजकल Web 3.0 चर्चा का विषय बना हुआ है और आपने भी कई जगह Web 3.0 जरूर पढा होगा इसलिए आपके दिमाग में जरूर आया होगा होगा कि आखिर ये Web 3.0 क्या है और कैसे काम करता है [What is Web 3.0 Meaning in Hindi]
इस Article में Web 3.0 की पूरी जानकारी देंगे और साथ ही जानेंगे कि क्या अब Web 3.0 के आने के बाद पूरा Internet बदल जायेगा? Web 3.0 में क्या – क्या Features होंगे और आने वाले भविष्य में Internet कैसा होगा और यह Crypto Currency से किस तरह संबंधित है?
Web 3.0 से पहले Web 2.0  और Web 1.0 आये हैं और अभी हम WEB 2.0 का इस्तेमाल कर रहे हैं। आज के समय में Internet का उपयोग पहले के मुकाबले बहुत ज्यादा बढ़ गया है । इन सबको समझने से पहले आपको संक्षिप्त में बता दूं कि WEB का मतलब होता है जहाँ हम Internet का उपयोग करते हैं और Internet से जुड़ी जितनी भी चीजें होती है सब Web पर ही होती है ।
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WEB 1.0 व WEB 2.0 के बारे में संक्षिप्त जानकारी

WEB 1.0 Internet की पहली सीढ़ी है जो 1989 में आया था । इसे Normal Static Website कहते हैं. तब हम Internet पर उपलब्ध जानकारी को केवल पढ़ सकते थे। Internet पर Websites को केवल खोला जा सकता था और पढा जा सकता था। 
इससे ज्यादा हम कुछ नहीं कर सकते थे । जैसे आप हमारी Website पर अभी Comment भी कर सकते हैं हमसे Contact कर सकते हैं लेकिन Web 1.0 में ऐसा नहीं हो सकता था ।
लेकिन उसके 15 साल बाद 2004 में WEB 2.0 आया यह Internet के विकास का अगला चरण था यानी अगली पीढ़ी था जिसे हम आज भी इस्तेमाल करते हैं । इसलिए आपको तो ये जरूर पता होगा कि WEB 2.0 अभी के समय में कितना Advanced है ।
अब आप समझ सकते हैं कि अगर WEB 2.0 ही इतना Advanced है तो WEB 3.0 कितना ज्यादा Advance होगा । WEB 3.0 Technology और Internet के विकास का नया मोड़ है ।
हम जानते हैं कि हमेशा से ही नए Versions ने नए पुराने Versions को Replace किया है फिर चाहे वह Mobiles हो, उनमें Android Versions हो आदि ठीक उसी तरह अब तक Internet के WEB 2.0 Version को Replace करने आ रहा है WEB 3.0.
मुझे उम्मीद है आप WEB 1.0 व WEB 2.0 को समझ गए होंगे चलिये अब जानते हैं WEB 3.0 क्या है?

WEB 3.0 क्या है – What is Web 3.0 in Hindi

Web 3.0 Kya Hai in Hindi | What is Web 3.0 in Hindi
अगर आपने Article को शुरुआत से पढ़ा है तो आपको थोड़ा तो पता लग ही गया होगा कि Web 3.0 क्या है ।
WEB 3.0 Internet के विकास की तीसरी पीढ़ी है । यह एक Decentralized System है जो कि Blockchain Technology पर काम करता है । यही Technology Crypto Currency में भी इस्तेमाल होती है ।
यह आज हम जैसा Internet Experience करते हैं उससे कहीं ज्यादा अलग होगा और जैसा कि हमने पहले कभी देखा नहीं होगा । यह Internet के इस्तेमाल करने और User Experience को पूरी तरह से बदल देगा ।
अभी हम WEB 2.0 का इस्तेमाल करते हैं और यह Centralized है इसलिए Internet कुछ बड़ी – बड़ी कंपनियों का Control है और इसके साथ ही आपका Data भी उन कंपनियों के Under है और कंपनियों द्वारा उस Data का उपयोग किया जा सकता है ।
Internet, Apps आदि का उपयोग करने के लिए कंपनियों द्वारा हमारे Data का Access मांगा जाता है। इस तरह आपका Data उन सभी कंपनियों के पास हमेशा Servers पर Store रहता है । 
हालांकि कंपनियाँ दावा करती है कि आपका Data उनके पास सुरक्षित है लेकिन फिर भी कुछ कंपनियाँ Data Sell करती है और कुछ में Data Leak होने या Hack होने का खतरा रहता है । इसलिए सभी कंपनियों में आपका Data सुरक्षित है या नहीं इसकी Guarantee नहीं होती ।
लेकिन WEB 3.0 में यह समस्या खत्म हो जाएगी । इसमें आपके डेटा पर केवल आपका अधिकार होगा जिसे कोई भी Hack नहीं कर सकता । WEB 3.0 Internet के विकास का अगला चरण है और यह Centralized नहीं होता बल्कि Decentralized होता है और Blockchain Technology पर काम करता है ।
Blockchain Technology में आपका Data Server पर Store नहीं होता बल्कि यह अलग – अलग Nodes में रहता है जिसे Hack करना मुश्किल है या कहें कि नामुमकिन है । इसलिए WEB 3.0 में आपका डेटा पूरी तरह Secure रहता है और ना ही बिना आपकी Permission के इसे कोई Use कर सकता है ।
जिस तरह Bitcoin पर किसी का Control नहीं है ना ही कोई इसे Hack कर सकता है क्योंकि यह केवल एक Server पर Store नहीं हैं बल्कि कई अलग – अलग Nodes (Computers) में बंटा हुआ है । इसलिए Hacker सभी को एक साथ Hack नहीं कर सकते । बिल्कुल उसी तरह आपका Data भी Safe रहेगा ।
मुझे उम्मीद है कि आप समझ गए होंगे WEB 3.0 क्या है चलिये अब हम जान लेते हैं कि Web 3.0 की शुरुआत कहाँ से हुई ।

Decentralized का मतलब

Decentralized को हिंदी में विकेन्द्रीकृत कहते हैं जिसका मतलब होता है कई भागों में बंटा हुआ । जैसा कि हमने बताया कि Web 2.0 में कुछ बड़ी कंपनियों का आपके Data पर Control होता है और इसलिए वे Internet को Lead करती है ।
और आपके डेटा का इस्तेमाल Advertisement के लिए किया जाता है जिससे कंपनियाँ पैसे कमाती है । इसलिए आपका डेटा कितना सुरक्षित है ये कहना मुश्किल होगा ।
लेकिन Web 3.0 Blockchain Technology पर आधारित होने के कारण इसमें डेटा Decenterlized यानी कि विकेन्द्रीकृत होगा । मतलब सारा डेटा का कोई एक मालिक नहीं होगा बल्कि अलग अलग Nodes पर रहेगा जिसे कोई दूसरा Access नहीं कर सकता और ना ही उपयोग कर सकता है और ना ही कोई Hacker Hack कर सकता है ।
Blockchain Technology काफी ज्यादा Advanced, Secure व Privacy के लिहाज से सुरक्षित मानी जाती है । जैसे अभी NFT काफी ज्यादा Famous हो रही है और सभी लोग NFT बनाकर पैसे भी कमा रहे हैं ।
NFT भी Blockchain Technology पर ही आधारित है और आपके Data को इतना ज्यादा Secure बना देती है कि उसे कोई दूसरा आपकी बिना Permission के न तो उपयोग कर सकता है ना बेच सकता है ।

WEB 3.0 की शुरुआत कब हुई?

Technology का Evolution हमेशा चलता रहता है और हर पुराने Version को एक नया Version Replace जरूर करता है । इसी तरह WEB यानी कि Internet का विकास भी अलग – अलग चरणों में हो रहा है ।
WEB 3.0 पहली बार 2006 में आया था लेकिन इसका विकास 2010 में होने लगा और धीरे – धीरे WEB 2.0 की कमियों को WEB 3.0 में पूरा किया जा रहा है । आज हम देख सकते हैं कि Crypto Currency का पूरा Market WEB 3.0 पर ही टिका हुआ है जिसे Blockchain Technology कहते हैं ।
Blockchain Technology बहुत ही ज्यादा Secure होने के साथ साथ Open भी है । यहाँ आपके डेटा WEB 2.0 के मुकाबले अधिक Secure रहता है ।
धीरे – धीरे बड़ी बड़ी कंपनियाँ जैसे कि Google, Facebook, Twitter आदि भी WEB 3.0 को अपना रही है और थोड़ा – थोड़ा WEB 3.0 का इस्तेमाल कर रही है । बहुत ही कम समय में सभी WEB 3.0 का इस्तेमाल करने लगेंगे ।

WEB 3.0 Internet के उपयोग को किस तरह बदल देगा

जैसा कि हमने पहले बताया 1989 में Internet जब आया था तब Internet पर जानकारी केवल Text Form में ही थी और उसे केवल पढा ही जा सकता था । लेकिन WEB 2.0 आने के बाद Internet पूरी तरह से बदल गया । जहाँ हम केवल Text को पढ़ पाते थे अब सुन भी सकते हैं और देख भी सकते हैं ।
इसके अलावा भी और कई काम है जैसे कि अपना Data Upload करना, Download करना, Online Content देखना, Games खेलना आदि । Google, Facebook, Twitter जैसे Platforms को हम WEB 2.0 के आने के बाद ही इस्तेमाल कर पाए ।
लेकिन WEB 2.0 में हमारे डेटा का सारा Control इन कंपनियों के ही हाथों में होता है । जैसे मान लीजिए आपने Twitter पर कोई Tweet किया या Facebook पर कोई Image Upload की तो अगर वह Company चाहे तो आपके Tweet या Photo को हटा सकती है ।
ये कंपनियाँ आपके Data को चाहे तो Delete भी कर सकती है Accounts Block कर सकती है । मतलब आपके डेटा पर आपका पूरा अधिकार नहीं होता बल्कि सारा Control इन्हीं के हाथ में होता है ।
लेकिन WEB 3.0 में ऐसा नहीं होगा आपके Data पर आपका ही पूरा अधिकार होगा ।

Web 3.0 के बाद WEB 2.0 का क्या होगा?

आपके दिमाग में यह प्रश्न जरूर आया होगा कि जब Web 3.0 का इस्तेमाल होने लगेगा तब Web 2.0 का क्या होगा । आपको बता दें कि Web 2.0 के साथ ही Web 1.0 का भी इस्तेमाल हो रहा है । Web 2.0 Web 1.0 का Advanced Developed Version है ।
मतलब जब Web 3.0 को सब उपयोग करने लगेंगे तो उसमें Web 1.0, Web 2.0 भी शामिल होंगे लेकिन Web 3.0 Decentralized हो जाएगा और इसे Blockchain Technology पर बनाया जाएगा जिससे इसकी Security व Privacy बढ़ जाएगी ।

Conclusion – WEB 3.0 Kya Hai in Hindi

दोस्तों आज इस Post में हमने WEB 3.0 क्या है in Hindi की पूरी जानकारी दी है । हम उम्मीद करते हैं WEB 3.0 क्या है आपके समझ आ गया होगा । अगर आपको हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी पसन्द आई तो नीचे Comment करके जरूर बताएं और इसे अपने दोस्तों के साथ Share करें ।
और अगर आपका Web 3.0 से संबंधित सवाल है तो Comment जरूर करें ।

Ashish Kumar is the Founder of HindiCraze. He is a full-time blogger and SEO. He is sharing knowledge via this blog. He have another blogs too.

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